सिर्फ प्रज्ञा ठाकुर की आलोचना करना पर्याप्त नहीं है

प्रज्ञा ठाकुर की बात करते हुए खूब विवाद हुआ कि नाथूराम गोडसे को आतंकी माना जाए या नहीं. कमल हासन ने आतंकी बताया वहीं बाकी लोग उसे बस एक हत्यारा कह रहे थे. अगर हत्यारा भी मानें तो क्या हत्यारा होना ही अपने आप में बड़ा अपराध नहीं है? क्या इसके लिए आतंकी शब्द जुड़ना जरूरी है? हमारी संसद में आधे सांसदों पर क्रिमिनल चार्जेज … पढ़ना जारी रखें सिर्फ प्रज्ञा ठाकुर की आलोचना करना पर्याप्त नहीं है

सिवनी – लिंचिंग की कोशिश के आरोपी सहित चार गिरफ्तार, साध्वी प्रज्ञा से जुड़े हैं तार

मध्यप्रदेश के सिवनी में पुलिस ने श्री राम सेना और बजरंग दल से जुड़े 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. गौरक्षा के नाम पर बर्बरतापूर्वक मारपीट करने वाले इन चारों आरोपियों पर बलवा और मारपीट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. ज्ञात होकि सिवनी के डूंडासिवनी क्षेत्र में 22 मई को पीड़ितों को गौमांस के साथ श्रीराम सेना के शुभम बघेल और … पढ़ना जारी रखें सिवनी – लिंचिंग की कोशिश के आरोपी सहित चार गिरफ्तार, साध्वी प्रज्ञा से जुड़े हैं तार

हम एक अवैज्ञानिक और अनाड़ी भारत बना रहे हैं

बम फोड़कर भारतवासियों की जान लेने के मुक़दमे, जेल और ज़मानत भूल जाइए, जाँबाज़ शहीद अधिकारी को श्राप से मार डालने का दावा भी भुला दीजिए। लेकिन भोपाल की कथित साध्वी गाय पर हाथ फेर कर बीपी घटाने का टोटका प्रचारित कर रही हैं? तीन बार ऑपरेशन से बचने वाली मरीज़ गोमूत्र को कैंसर का इलाज बता रही है? हम कैसा भारत बनाने जा रहे … पढ़ना जारी रखें हम एक अवैज्ञानिक और अनाड़ी भारत बना रहे हैं

मालेगांव धमाके की मुल्जिम प्रज्ञा ठाकुर के बयान जा रहे बीजेपी के खिलाफ

अपने ‘राष्ट्रवाद’ में शहीदों और उनकी शहादत का खासा ख्याल करने वाली बीजेपी के लिए यह असहज होने का मौका था, जब उसे देश के लिए जान देने वाले एक शहीद के मुद्दे पर ही घिर जाना पड़ा । विपक्षी दलों के नेता शहीद के अपमान को मुद्दा बनाकर बीजेपी पर तीखे वार करते नजर आए। मामला, भोपाल से बीजेपी उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर … पढ़ना जारी रखें मालेगांव धमाके की मुल्जिम प्रज्ञा ठाकुर के बयान जा रहे बीजेपी के खिलाफ

नज़रिया – हाफ़िज़ सईद और प्रज्ञा ठाकुर में क्या है समानता ?

अभी पिछले साल ही ( 2018) में पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में चुनाव हुए थे। पाकिस्तान में हुए उन चुनावों में सबकी नज़र कुछ खास सवालों के जवाब ढूंढ रही थी। पहला सवाल ये था, कि क्या इमरान खान क़ामयाब हो पाएंगे ? जिसका जवाब हमें बख़ूबी मिला और इमरान खान पाकिस्तान के सर्वोच्च पद पर पहुंच गए। इन्हीं चुनावों में एक चीज़ और हुई कि … पढ़ना जारी रखें नज़रिया – हाफ़िज़ सईद और प्रज्ञा ठाकुर में क्या है समानता ?