राजद्रोह – 1 – देशद्रोह और राजद्रोह का अंतर आईपीसी के संदर्भ से
124 A आइपीसी की धारा अपने अस्तित्व के समय से ही विवादों के घेरे में रही है। इसकी समीक्षा करते समय अक्सर एक तथ्य लोग भूल जाते हैं कि देशद्रोह और राजद्रोह दोनों ही अलग अलग विंदु हैं। देश स्थायी है और राज बदलता रहता है। लोकतांत्रिक व्यवस्था में आज जो अध्यक्ष पीठ के दाहिने बैठ रहा है वह कल अध्यक्ष पीठ के बाएं बैठ … पढ़ना जारी रखें राजद्रोह – 1 – देशद्रोह और राजद्रोह का अंतर आईपीसी के संदर्भ से