बिग बैंग थ्योरी देने वाले Georges Lemaitre के जन्मदिन पर गूगल ने बनाया डूडल

मंगलवार को, Google ने डूडल बनाकर बेल्जियम के खगोलविद “जॉर्जेस लेमेत्रे” की 124 वीं जयंती मनाई। लेमेत्रे को बिग बैंग थ्योरी का श्रेय दिया जाता है, जिसके अनुसार ब्रह्मांड एक परमाणु से उत्पन्न हुआ, जोकि एक लौकिक अंडे कि तरह था। वह इस सिद्धांत को मानने वाले पहले व्यक्ति थे, जो मानते थे “कि ब्रह्मांड बढ़ रहा है”। लेमेत्रे 1894 में पैदा हुए थे, उन्होंने … पढ़ना जारी रखें बिग बैंग थ्योरी देने वाले Georges Lemaitre के जन्मदिन पर गूगल ने बनाया डूडल

अचानक हुई थी रेडियोधर्मिता की खोज

1 मार्च 1896 को वैज्ञानिक ऑनरी बेकेरल के एक प्रयोग के कारण रेडियोधर्मिता के बारे में पता चला. यह खोज अचानक ही हुई थी. रेडियोधर्मिता के पितामाह हेनरी बेकरेल का जन्म 15 दिसंबर 1852 को फ्रांस में हुआ. उनके पिता और दादा की तरह उनहोंने भी भौतिकी विज्ञान की पढ़ाई की.एंटोनी हेनरी बेकरेल की फ्लुओरेसंस सत्व की पढ़ाई में रूचि थी. उनके पिता एवं दादा … पढ़ना जारी रखें अचानक हुई थी रेडियोधर्मिता की खोज

‘रमन प्रभाव’ की याद दिलाता है ‘राष्ट्रीय विज्ञान दिवस’

राष्ट्रीय विज्ञान दिवस (नेशनल सांइस डे) हर वर्ष 28 फरवरी को मनाया जाता है. प्रसिद्ध भारतीय वैज्ञानिक सर चंद्रशेखर वेंकट रमन ने 28 फरवरी 1928 को “रमन प्रभाव” की खोज की थी. इस उपलक्ष्य में यह दिन नेशनल सांइस डे के तौर पर मनाया जाता है. इस खोज के लिए सर रमन को भौतिकी में नोबल पुरस्कार भी मिला था.भौतिक विज्ञान के क्षेत्र में नोबेल … पढ़ना जारी रखें ‘रमन प्रभाव’ की याद दिलाता है ‘राष्ट्रीय विज्ञान दिवस’

क्या बेटे के जन्म की इतनी कामना के पीछे जैव वैज्ञानिक कारण छिपे हैं?

यह कहना कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी कि हम लैंगिकतावादी समाज का हिस्सा हैं जहाँ बोये बेटे ही जाते हैं बेटियां तो बस उग आती हैं। चिंताजनक लिंगानुपात और कन्या भ्रूण हत्या रोकने के कड़े कानून इसी वजह से हैं। इसका कारण पितृसत्तात्मक समाज को माना जाता है। आज के समय में देखा जाए तो लिंगभेद बेमानी और बिल्कुल अतार्किक है। पर ये भी उतना ही … पढ़ना जारी रखें क्या बेटे के जन्म की इतनी कामना के पीछे जैव वैज्ञानिक कारण छिपे हैं?