इस सावधानी से सुरक्षित रहेगा आपका फ़ेसबुक डेटा?

आसान भाषा में समझिए कि जिसे आप कुछ नहीं मान रहे वो असल में कितना सीरियस मामला है। आपकी शक्ल किस एक्टर से मिलती है, आप अगले जन्म में क्या बनेंगे, आप की पर्सनैलिटी में सबसे शानदार क्या है? इस तरह के फालतू सवालों का जवाब कितना गंभीर होता है ये आप भी जानते हैं, लेकिन टाइमपास करने के फेर में आप क्लिक के बाद … पढ़ना जारी रखें इस सावधानी से सुरक्षित रहेगा आपका फ़ेसबुक डेटा?

फेसबुक पर 20 करोड़ अकाउंट्स फर्जी

सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर करीब 20 करोड़ अकाउंट्स फर्जी या फिर डुप्लीकेट (एक ही व्यक्ति के दोहरे अकाउंट्स) हो सकते हैं.फेसबुक पर अक्सर फर्जी अकाउंट बनाने के मामले सामने आते हैं. यही नहीं भारत उन देशों में है, जहां इस तरह के अकाउंट्स की संख्या बहुत अधिक है.इन फर्जी अकाउंट के माध्यम से तरह-तरह के अपराधों को अंजाम दिया जाता है. फेसबुक ने इस … पढ़ना जारी रखें फेसबुक पर 20 करोड़ अकाउंट्स फर्जी

आज है फेसबुक का बर्थडे

दोस्तों आज फेसबुक का जन्मदिन है. आज ही के दिन 4 फरवरी 2004 को फेसबुक की शुरुआत हुई थी. फेसबुक, बहुप्रसिद्ध व चर्चित एक ऐसी सोशल नेटवर्किंग साइट है जिसने, अनगिनत लोगों को अपनों से मिलवाया है. फिर वह चाहे पुराने दोस्त हो, दूरदराज रहने वाले परिवार के सदस्य हो, या अन्य कोई करीबी जो दुनिया के किसी भी कोने मे हो, जिसे व्यक्ति ने … पढ़ना जारी रखें आज है फेसबुक का बर्थडे

नौकरी का डेटा है मंत्री जी ? – रविश कुमार

रविश कुमार ने अपनी फेसबुक पेज की पोस्ट में बिगड़ती अर्थव्यवस्था और बढ़ती बेरोज़गारी पर सरकार से सवाल किया है. उन्होंने जमकर अवाल उठाये हैं. देखें क्या खा है रविश ने :- भारत की अर्थव्यवस्था में भयंकर गिरावट है या मामूली गिरावट है, एक दो तिहाई भर की गिरावट है या एक दो साल के लिए है, इसे लेकर ज़ोरदार बहस चल रही है। दावे … पढ़ना जारी रखें नौकरी का डेटा है मंत्री जी ? – रविश कुमार

फासीवाद का चेहरा आहिस्ता-आहिस्ता अपना नक़ाब उतार रहा है – पूर्व आईपीएस ध्रुव गुप्त

डेस्क – पूर्व आईपीएस एवं सक्रीय समाजसेवक ध्रुव गुप्त ने अपनी फेसबुक पोस्ट के ज़रिये, गुरमेहर कौर का समर्थन किया है.न सिर्फ समर्थन किया है. उन्होंने अपनी फ़ेसबुक वाल पर बड़े ही तीखे शब्दों का इस्तेमाल करते हुए लिखा है – कारगिल के शहीद कैप्टन मनदीप सिंह की बिटिया गुरमेहर ने बहुत बुनियादी बात कही है। नफ़रत युद्ध थोपने वालों से नहीं, बल्कि युद्ध से। … पढ़ना जारी रखें फासीवाद का चेहरा आहिस्ता-आहिस्ता अपना नक़ाब उतार रहा है – पूर्व आईपीएस ध्रुव गुप्त