राष्ट्र निर्माण का मापदंड क्या है ?

कभी संघ के विचारक देश के विकास के रूप में विश्वस्तरीय शिक्षा संस्थान, शोध संस्थान, चरक, सुश्रुत, धन्वंतरि, अश्विनीकुमारों के नाम पर, ( ये नाम भी भारतीय परंपरा के चिकित्सा शास्त्र से जुड़े प्रसिद्ध नाम हैं और संघ इन नामों पर अपना कॉपीराइट समझता है ) बड़े बड़े प्रतिभा सम्पन्न अस्पताल, चिकित्सा केंद्र , नालंदा तक्षशिला की ख्याति के अनुरूप बहु विषयीय शिक्षा केन्द्र बनाने … पढ़ना जारी रखें राष्ट्र निर्माण का मापदंड क्या है ?

‘मुस्लिम मुक्त भारत’ का मतलब क्या है ?

इन दिनों गोदी मीडिया ने देश के मुसलमानों से नफरत पैदा करने, उन्हें हाशिये पर डालने, उन को बदनाम करने की सुपारी ली हुई है, जिसे आप इस न्यूज़ चैनल की टैग लाइन से समझ सकते हैं, इसे आप इस्लामोफोबिया का फूहड़ भारतीय संस्करण भी कह सकते हैं, मोदी सरकार से पहले मीडिया की हिम्मत नहीं थी कि वो इस तरह की टैग लाइन देकर … पढ़ना जारी रखें ‘मुस्लिम मुक्त भारत’ का मतलब क्या है ?

क्या भारत कैंसर से लड़ने को तैयार है?

बीजेपी के नेता अनंत कुमार का निधन हो गया है। अनंत कुमार कर्नाटक भाजपा के बड़े नेता रहे हैं। अनंत कुमार की उम्र कोई बहुत ज़्यादा नहीं थी लेकिन कैंसर ने उनकी राजनीतिक सक्रियता समाप्त कर दी। बीजेपी के एक और नेता और गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर कैंसर से जूझ रहे हैं। इसी तरह देश के लाखों लोग इस बीमारी के चपेट में हैं। … पढ़ना जारी रखें क्या भारत कैंसर से लड़ने को तैयार है?

क्या सॉफ्ट हिंदुत्व के चक्कर में मौलाना आज़ाद को भूल गए “राहुल गांधी” ?

मौलाना आज़ाद की जयंती पर मात्र तीन लोगों द्वारा सेंट्रल हाल में पहुँच कर उन्हें श्रद्धांजलि देना और मोदी सरकार के बड़े चेहरे एवं पूरी कांग्रेस की लीडरशिप का ग़ायब रहना वाक़ई शर्मनाक है। अफ़सोस तो ये है कि राहुल गांधी से लेकर कांग्रेस पार्टी तक ने ट्वीट करके बधाई तक नही दी। ग़ुलाम नबी आज़ाद ने ख़ुद इस बात पर बेहद अफ़सोस जताया। मुख्यधारा की … पढ़ना जारी रखें क्या सॉफ्ट हिंदुत्व के चक्कर में मौलाना आज़ाद को भूल गए “राहुल गांधी” ?

रघुराम राजन ने की थी नोटबंदी की आलोचना, अरुण जेटली ने दिया ये जवाब

रघुराम राजन ने शुक्रवार को कहा था कि नोटबंदी तथा वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की वजह से पिछले साल भारत की आर्थिक विकास दर में गिरावट आई  उन्होंने जोर देते हुए कहा कि मौजूदा सात फीसदी की विकास दर देश की जरूरतों के लिए पर्याप्त नहीं है. यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की 100वीं वर्षगांठ के मौके पर वीडियो लिंक के जरिये वित्त मंत्री ने … पढ़ना जारी रखें रघुराम राजन ने की थी नोटबंदी की आलोचना, अरुण जेटली ने दिया ये जवाब

कर्नाटक उप चुनाव ने मोदी के रास्ते में खड़ी की मुश्किलें

कर्नाटक के उप चुनाव में पांच में से चार सीटे पर पीछे रह कर बीजेपी के लिये तीन बड़ी मुश्किलें खड़ी हो गई हैं. बीजेपी बेल्लारी लोकसभा सीट पर भी बड़ी हार हुई है जो रेड्डी भाइयों का गढ़ माना जाता है और वो बीजेपी के लिये पानी की तरह पैसा बहाते हैं. पहली सबसे बड़ी मुश्किल है कि कांग्रेस के गठबंधन से बीजीपी अब … पढ़ना जारी रखें कर्नाटक उप चुनाव ने मोदी के रास्ते में खड़ी की मुश्किलें

कमलनाथ ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली पर, शिवराज से पूछे ये सवाल

मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से 40 दिन 40 सवाल की कड़ी में अठारहवां सवाल पूछा है. यह सवाल पेट्रोलियम पदार्थों की बढ़ती कीमतों, सार्वजनिक वितरण प्रणाली पर केंद्रित है. कमलनाथ ने पेट्रोलियम पदार्थों की बढती कीमतों पर सवाल किये हैं. कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने हमें कमलनाथ के इन सवालों के बारे में बताया है. मोदी सरकार ने पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स पर … पढ़ना जारी रखें कमलनाथ ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली पर, शिवराज से पूछे ये सवाल

चीन के क़र्ज़ के जाल में फंसने से बचा बांग्लादेश

नेपाल, श्रीलंका और मालदीव की स्थिति देखकर बांग्लादेश ने चीन से क़र्ज़ ना लेने का निर्णय लिया है. बांग्लादेश ने अपने देश के सबसे बड़े इन्फ्रा प्रॉजेक्ट को खुद पूरा करने का फैसला लिया है. ज्ञात होकि चीन इन सभी देशों को अपने कर्ज के जाल में फंसाकर उनकी हालत खराब कर चुका है. शेख हसीना की सरकार ने एक पुल के निर्माण का निर्णय … पढ़ना जारी रखें चीन के क़र्ज़ के जाल में फंसने से बचा बांग्लादेश

मध्यप्रदेश – कांग्रेस के इस विज्ञापन को चुनाव आयोग ने दी हरी झंडी

विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. कांग्रेस के ‘गुस्सा आता है’ और ‘मामा तो गयो रे’ विज्ञापन को चुनाव आयोग ने हरी झंडी दे दी है. बीजेपी ने इस विज्ञापन के खिलाफ आपत्ति जताते हुए आयोग में अपील की थी. आयोग की जांच समिति ने बीजेपी की अपत्ति को खारिज करते हुए कांग्रेस के विज्ञापन से रोक हटा ली है. दरअसल, … पढ़ना जारी रखें मध्यप्रदेश – कांग्रेस के इस विज्ञापन को चुनाव आयोग ने दी हरी झंडी

NDA के लिए बिहार में 2014 का परिणाम दोहरा पाना आसान नहीं होगा

लोकसभा आम चुनाव में अभी 6 महीने का समय है, और मैं आज बिहार के राजनीतिक घटनाक्रम पर चर्चा करूंगा बिहार राजनीति काफ़ी गर्म है बयानबाज़ी अपने ज़ोर पर है सारी पार्टियां अपने आप को मज़बूत में दिखाने में लगी हुई है इन सब के बीच लगभग सारी पार्टियां तैयारी में लग चुकी है. अब तक के समीकरण से इतना तो तय हो चुका है … पढ़ना जारी रखें NDA के लिए बिहार में 2014 का परिणाम दोहरा पाना आसान नहीं होगा

शिवराज सिंह चौहान के साले “संजय सिंह” कांग्रेस में शामिल

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंh चौहान के साले संजय सिंह मसानी ने भाजपा को छोड़कर आज कांग्रेस का दामन थाम लिया है. संजय सिंह शिवराज सिंह चौहान की पत्नि के भाई हैं. संजय का यह क़दम भाजपा के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया व प्रदेश कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया की मौजूदगी में संजय सिंह ने कांग्रेस … पढ़ना जारी रखें शिवराज सिंह चौहान के साले “संजय सिंह” कांग्रेस में शामिल

क्या सरकार की नज़र भारतीय रिज़र्व बैंक के रिज़र्व पर है?

भारतीय रिज़र्व बैंक के डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य ने 2010 में अर्जेंटीना के वित्त संकट का हवाला क्यों दिया कि केंद्रीय बैंक और सरकार के बीच जब विवाद हुआ तो केंद्रीय बैंक के गवर्नर से इस्तीफा दे दिया और फिर वहां आर्थिक तबाही मच गई। एक समझदार सरकार अपने तात्कालिक सियासी फायदे के लिए एक ऐसी संस्था को कमतर नहीं करेगी जो देश के दूरगामी … पढ़ना जारी रखें क्या सरकार की नज़र भारतीय रिज़र्व बैंक के रिज़र्व पर है?

हमारा लोकतांत्रिकरण कब होगा ?

विभिन्न राजनीतिक दलों में कार्यरत कार्यकर्ताओं को बहुजन दलों से जुड़े कार्यकर्ता बहुत ही हेय दृष्टि से देखते है. उनके प्रति भयानक हिकारत का भाव दिखलाई पड़ता है,ये लोग अपने ही समुदाय में उपेक्षित और अत्यधिक गरियाये हुये नजर आते है. इनके लिए विशेषणात्मक सम्बोधन भी सुनाई पड़ते है,ये विशेषण लिखे और बोले भी जाते है,ऐसा बोलना क्रांतिकारी होने का परिचायक भी होता है,इसलिए बार … पढ़ना जारी रखें हमारा लोकतांत्रिकरण कब होगा ?

“जैव विविधता सरंक्षण” चुनावी मुद्दे में शामिल क्यों नहीं किया जाता?

फ़रहाना रियाज़ ( स्वतंत्र पत्रकार) नई दिल्ली : इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन (आईआईएमसी) और राष्ट्रीय जैव विविधता प्राधिकरण, चेन्नई (एनबीए) द्वारा संयुक्त रूप से जैव विविधता पर दो दिवसीय ‘राष्ट्रीय मीडिया कार्यशाला'(नेशनल मिडिया वर्कशॉप ऑन बायो-डायवर्सिटी) का आयोजन इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन, दिल्ली में किया गया. आईआईएमसी के महानिदेशक डॉ के जी सुरेश, डॉ बी मीनाकुमारी, अध्यक्ष, एनबीए और, कम्युनिकेशन रिसर्च, आईआईएमसी की … पढ़ना जारी रखें “जैव विविधता सरंक्षण” चुनावी मुद्दे में शामिल क्यों नहीं किया जाता?

वर्तमान भारतीय राजनीति और सरदार पटेल

देश मे चुनाव नजदीक हैं। याद कीजिये 2014 में विपुल मत से जीतने के बाद नरेन्द्र मोदी जी ने कहा था कि चार साल काम होना चाहिये और पांचवे साल राजनीति। ऐसा उन्होंने इसलिए कहा था कि पांचवा साल चुनाव का साल होता है। चार साल काम हुआ। कुछ दिखा कुछ नहीं दिखा। चार सालों में सबसे बड़ा आर्थिक सुधार नोटबंदी और कर सुधार जीएसटी … पढ़ना जारी रखें वर्तमान भारतीय राजनीति और सरदार पटेल