गाँधी के भारत में क्या क्या है, सरदार पटेल के नाम पर

सरदार पटेल की जयंती के दिन उनके नाम पर खूब राजनीतिक बयानबाजियां हुई. किसी ने उन्हें श्रद्धांजलि दिया तो किसी ने उनके द्वारा लगाए गए आरएसएस पर प्रतिबन्ध और की गई टिपण्णी का ज़िक्र किया. सोशलमीडिया भी सरदार पटेल से समबन्धित पोस्ट्स से भर दी गई. फ़ेसबुक हो या ट्विट्टर सभी जगह सरदार पटेल पर चर्चा होती रही. जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा … पढ़ना जारी रखें गाँधी के भारत में क्या क्या है, सरदार पटेल के नाम पर

क्या भाजपा की सियासत देश को गृहयुध्द की तरफ धकेल रही है

मोदी जी की सरकार आने के बाद से एक काम तो ज़रूर हुआ है ,विकास हुआ हो या ना हुआ हो विनाश की पूरी तैयारी चल रही है और भगवा उग्रवाद अपने चरम पर पहुँच गया है। moblynching जैसी घटनाएं बढ़ गयी हैं और भगवा अतंकवादियौ को भाजपा शासित केंद्र व प्रदेश की सरकारों का भरपूर समर्थन प्राप्त है। सभी सरकारी एजेंसियां भी बैकडोर से … पढ़ना जारी रखें क्या भाजपा की सियासत देश को गृहयुध्द की तरफ धकेल रही है

सवाल चुनाव आयोग की विश्वसनीयता का है

25 अक्टूबर 1951 को आज़ाद भारत ने पहली बार आम चुनाव में हिस्सा लिया, मतदान की प्रक्रिया चार महीने तक चली, इसी के साथ भारत ने दुनिया में सबसे बड़ा लोकतंत्र बनने के लिए पहली सीढ़ी पर अपना कदम रखा। तब से आज तक भारत अपनी लोकतांत्रिक गरिमा को विश्व के समक्ष मिसाल के रूप रखता है। “इतिहास का सबसे बड़ा जुआ” कहे जाने वाले … पढ़ना जारी रखें सवाल चुनाव आयोग की विश्वसनीयता का है

Catalonia Parliament declared itself as a free country

Spain’s state of Catalonia has passed a resolution declaring independence from Spain on Friday. A referendum was held there a few days ago. There was a huge turnout in favor of an independent nation. Although the Spanish government has said that there will be ‘validity restored’ and the separatist efforts of the region will be curbed. Thousands of people had gathered outside Parliament House before … पढ़ना जारी रखें Catalonia Parliament declared itself as a free country

केटालोनिया की संसद ने खुद को आज़ाद मुल्क घोषित किया

बार्सिलोना:  स्पेन के राज्य केटालोनिया की संसद ने शुक्रवार को स्पेन से आज़ादी की घोषणा का प्रस्ताव पारित कर दिया है. कुछ दिन पूर्व वहाँ पर एक जनमत संग्रह कराया गया था. जिसमे स्वतंत्र राष्ट्र के पक्ष में भारी मतदान हुआ था. हालांकि स्पेन की सरकार ने कहा है कि वहां ‘वैधानिकता बहाल’ की जाएगी और क्षेत्र के अलगाववादी प्रयास पर अंकुश लगाया जाएगा. केटालोनिया … पढ़ना जारी रखें केटालोनिया की संसद ने खुद को आज़ाद मुल्क घोषित किया

आखिरी मुग़ल और 1857 का स्वतंत्रता संग्राम- (भाग 2)

आखिरी मुग़ल और 1857 का स्वतंत्रता संग्राम का प्रथम भाग पूर्व में प्रकाशित किया जा चुका है, यदि आपने उसे नहीं पढ़ा है. तो यहाँ क्लिक करके पहले उसे पढ़ें , उसके बाद यह भाग दो आपके लिए ज़्यादा बेहतर होगा. अंग्रेज़ों कि कब्रें वर्तमान भारत में विभाजनकारी माहौल और दूरियां बढ़ रही हैं। सम्पूर्ण भारत को 1857 वाले एकता के बंधन की जरूरत है। … पढ़ना जारी रखें आखिरी मुग़ल और 1857 का स्वतंत्रता संग्राम- (भाग 2)

भारत के बंटवारे की एक कहानी – “सतरंजे का बंटवारा”

सतरंजे का एक सिरा सुल्तान खा़न के हाथ में दूसरा सिरा सरदार खा़न के हाथ में था। सुल्तान कह रहा था- “सारा सामान बेच दिये ,एक सतरंजा बचा है , उस पे भी तुम्हारी नज़र गड़ी हुई है“, सतरंजा न हुआ सल्तनत हो गई। सरदार ख़ान चीखा “मैं बड़ा हूँ , जो चाहुँगा करुंगा ।” हाँ हाँ मुझे मालूम है,तुमने पाकिस्तान जाने का फैसला कर … पढ़ना जारी रखें भारत के बंटवारे की एक कहानी – “सतरंजे का बंटवारा”

देशप्रेम या देशभक्ति का दिखावा

Patriotism is the last refuge of a scoundrel” “देशभक्ति निकृष्टो की अंतिम शरण है” ये प्रसिद्ध कथन Samuel Johnson का है जो आज भी सही प्रतीत हो रहा है| आजकल अपने आस-पास एक ट्रेंड चल रहा है देशभक्ति,देशभक्ति का सीधा सा अर्थ है जो देश व देश के संविधान का सम्मान करता हो | आजकल इसका अर्थ इतना भर नहीं रह गया है, आज वही … पढ़ना जारी रखें देशप्रेम या देशभक्ति का दिखावा

लोकतंत्र में राजनीति करने वालों का मिलना भी क्या अपराध होता है

अशोक गहलोत का ग़ुस्सा जायज़ है। लोकतंत्र में राजनीति करने वालों का मिलना भी क्या अपराध होता है? फिर पुलिस और ख़ुफ़िया ब्यूरो से इसकी जासूसी क्यों, कि राहुल गांधी, अशोक गहलोत, हार्दिक पटेल, जिग्नेश मेवानी आदि किससे मिल-मिला रहे हैं? जासूसी का धंधा गुजरात में नया नहीं। पर भाजपा को इतने ख़र्च, केंद्र के ख़ज़ाने से निकली योजनाओं, जीएसटी की पलटी, नेताओं-कार्यकर्ताओं की फ़ौज़, … पढ़ना जारी रखें लोकतंत्र में राजनीति करने वालों का मिलना भी क्या अपराध होता है

आखिरी मुग़ल और 1857 का स्वतंत्रता संग्राम

आज 24 अक्टूबर 2017 को आखिरी मुग़ल बादशाह, और 1857 भारत की पहली जंग-ए-आज़ादी के नेता, बहादुरशाह ज़फर, की 242वी जयंती है। सिर्फ दो हफ्ते बाद, 7 नवंबर 2017 को,ज़फर की 155 वीं पुण्यतिथि भी आ जाएगी. हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी म्यांमार यात्रा के दौरान रंगून में मुग़ल बादशाह बहादुर शाह ज़फर की कब्र पर श्रृद्धांजलि अर्पित की थी। बहादुर शाह … पढ़ना जारी रखें आखिरी मुग़ल और 1857 का स्वतंत्रता संग्राम

सनातन बनाम संघ

कुछ दिन पूर्व मोहन भागवत के द्वारा हिन्दुत्व की परिभाषा के बाद सनातनी हिंदुत्व और संघी हिंदुत्व पर बहस चल पड़ी है। एक हिंदुत्व सामान्य हिंदुत्व है ,जिसमे साधारण तरीके से लोग अपनी मर्ज़ी से ,अपनी पसंद से अपने , अपने प्रदेश की भाषा , संस्कृति , खान , पान और रीति रिवाज पर चल रहे हैं। दूसरा संघी ब्रांड हिंदुत्व है , जो सत्ता … पढ़ना जारी रखें सनातन बनाम संघ

फ़िल्म इंडस्ट्री को मिला एक “सीक्रेट सुपरस्टार”

दंगल गर्ल ज़ायरा वसीम एक बार फिर चर्चा में हैं, इस बार वजह ज़रा सीक्रेट है. जी हाँ, आप सहीह समझे इस बार ज़ायरा वसीम अपनी दमदार अदाकारी के लिए फिर से चर्चा में हैं. इस बार ज़ायरा अपनी नई फ़िल्म “सीक्रेट सुपरस्टार” की वजह से खबरों में हैं. फ़िल्म के सफल हो जाने के बाद ज़ायरा के पास बहुत से नए ऑफ़र्स आ रहे … पढ़ना जारी रखें फ़िल्म इंडस्ट्री को मिला एक “सीक्रेट सुपरस्टार”

निर्देशक शादाब सिद्दीक़ी, एजाज़ खान के साथ बनायेंगे “मुजाहिद – द विक्टिम”

एक नंबर प्रोडक्शन और डायरेक्टर सिद्दीक़ी के निर्देशन पर जल्द ही एक फ़िल्म का निर्माण करने जा रहा है. फ़िल्म में मुख्य भूमिका में एक्टर एजाज़ खान होंगे. फ़िल्म के लिए जारी किये गए पोस्टर से अनुमानलगाया जा सकता है, कि यह एक थ्रिलर फ़िल्म होगी. कुछ दिन पूर्व डायरेक्टर शादाब सिद्दीकी ने एक्टर एजाज़ खान के साथ एक एल्बम भी किया है. जिसका नाम … पढ़ना जारी रखें निर्देशक शादाब सिद्दीक़ी, एजाज़ खान के साथ बनायेंगे “मुजाहिद – द विक्टिम”

मूलभूत समस्यायों से झूझता भारत

हमारा देश भारत. जिस पर हमें अगाध गर्व है, कुछ मूलभूत सुविधाओं के लिए झूझ रहा है. जनसँख्या की दृष्टि से देखें तो विश्व में प्रत्येक छठा नागरिक भारतीय है. और विश्व में दूसरा स्थान है. लेकिन मूलभूत सुविधाओं जैसे-रोटी, कपडा, मकान और दिल्ली जैसे महानगरों में श्वास लेने के लिए स्वच्छ  हवा और स्वच्छ पानी के संसाधनों की स्थिति दुरूह हो गयी है. दूसरा … पढ़ना जारी रखें मूलभूत समस्यायों से झूझता भारत

The last Mughal and first Indian Freedom Struggle 1857

24th October 2017 will mark the 242nd birth anniversary of Bahadur Shah Zafar, the last Mughal, described by none other than Veer Savarkar as the leader of 1857, India’s first Independence war. Just two weeks later, on 7th November, 2017, Zafar’s 155th death anniversary will arrive; on his recent visit to Myanmar, PM Modi paid homage to Zafar’s grave in Rangoon. BRING BACK ZAFAR’S REMAINS … पढ़ना जारी रखें The last Mughal and first Indian Freedom Struggle 1857

भाजपा के मुकाबिल तिकड़ी

ये आपने कब देखा था कि एक राज्य के चुनाव और उसके नतीजों में लगभग सवा महीने का फासला रखा गया हो? चुनाव आयोग ने हिमाचल प्रदेश में आठ नवंबर को चुनाव कराने का ऐलान किया है, लेकिन नतीजों का ऐलान 18 दिसंबर को किया जाएगा। कोई भी सामान्य बुद्धि रखने वाला शख्स भी समझ सकता है कि ऐसा क्यों किया गया है? क्या चुनाव … पढ़ना जारी रखें भाजपा के मुकाबिल तिकड़ी

गुजरात में भाजपा के कमज़ोर होने के क्या मायने हैं

कैसे समझें मौजूदा राजनीतिक स्थिति को? वो स्थिति जो बहुत कुछ बता भी रहीं है,और बहुत अपने अंदर छुपा भी रही है,मगर जो भी है उसकी तस्वीर उसका माहौल सिर्फ और और 2019 के लिए ही है,और यही वजह है की सत्ता और काबिज़ भाजपा इसमें कोई कमी नही छोड़ रही है,और वो जी जान से इस कोशिश में है कि आने वाले लोकसभा चुनाव … पढ़ना जारी रखें गुजरात में भाजपा के कमज़ोर होने के क्या मायने हैं

अंसारी बंधुओं का गढ़ बनेगा आज़मगढ़

उत्तरप्रदेश के मऊ से विधायक मुख़्तार अंसारी के बेटे और बहुजन समाज पार्टी के युवा तेज़तर्रार नेता अब्बास अंसारी पिछले 10 दिनों से सपा संस्थापक मुलायम सिंह के लोकसभा क्षेत्र आज़मगढ़ में लगातार भ्रमण कर रहे हैं. उनका यह भ्रमणकार्य बहुत ही तेज़ी से चालू है, इन दस दिनों में अब्बास ने करीब 50 गांव का दौरा किया है. साथ ही सघन जन सम्पर्क भी … पढ़ना जारी रखें अंसारी बंधुओं का गढ़ बनेगा आज़मगढ़

क्यों कहा एजाज़ ने “दे गोली”

अक्सर विवादों में रहने वाले फ़िल्म अभिनेता व बिग बॉस फेम एजाज खान एक बार फिर से सुर्ख़ियों में हैं, इस बार इन्होंने किसी राजनेता या उद्योगपति के खिलाफ बोलकर सुर्ख़ियां नही बटोरीं, बल्कि इस बार वह एक गाने के कारण सुर्ख़ियो में हैं, जी हां एजाज खान ने एक गाना रिकॉर्ड किया है, गाने की एल्बम का नाम “दे गोली” है और यह गाना … पढ़ना जारी रखें क्यों कहा एजाज़ ने “दे गोली”

2014 के बाद पहली बार कांग्रेस भाजपा पर भारी पड़ती दिख रही है

पहली बार गुजरात चुनाव को ले कर कांग्रेस वह अक्लमंदी और दूरदर्शिता दिखा रही है, जो उसे संसदीय चुनाव के बाद होने वाले सभी विधान सभा चुनाव में दिखाना चाहिए था. क्योंकि इन चुनावों में बीजेपी की जीत उसकी लोकप्रियता से ज़्यादा उसके चुनाव मैनेजमेंट और तिकड़मबाज़ी की जीत थी. जिसका शर्मनाक सुबूत गोवा और मणिपुर में उसका हार के बाद भी जोड़ तोड़ और … पढ़ना जारी रखें 2014 के बाद पहली बार कांग्रेस भाजपा पर भारी पड़ती दिख रही है